जमाने के साथ सोच भी बदली लेकिन कामसूत्र जैसे विषय पर चर्चा करने में अब भी शरम आती है. इस विषय के बारे में चर्चा करने से पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे से कतराते हैं. इसका प्रमुख कारण है कामसूत्र को लेकर लोगों में फैली गलत धारणा. जब से इस ग्रंथ की रचना हुई है लोग इसे केवल यौन शास्त्र ही मानते हैं.
जबकि कामसूत्र में केवल सेक्स और संभोग के विषय में चर्चा नही है, इसमें जीवन के उद्देश्यों और दिनचर्या के बारे में वर्णन है. इसमें गृहकला, नाट्यशास्त, सौंदर्यशास्त्र आदि के बारे में भी लिखा गया है. यह न केवल सामाजिक ग्रंथ है बल्कि इसे पढ़ने से जीवन के कई पहलुओं के बारे में जानकारी मिलती है.
लेकिन आप अपने साथी से कामसूत्र की चर्चा करने से बिलकुल न कतरायें और न ही शरम महसूस करें. इसके बारे में चर्चा करने से आपकी सेक्सुअल जिंदगी बदलेगी साथ ही प्यार और इजहार के नए तरीकों के बारे में जानकारी मिलेगी. फिर भी आपको पार्टनर से कामसूत्र पर बात करने में दिक्कत हो रही है तो इन बातों को ध्यान में रखें.
विश्वास जीतें:
विश्वास किसी भी रिश्ते की बुनियाद होता है. अगर आप साथ हैं तो बहुत जरूरी है कि आप एक दूसरे पर विश्वास करें. अगर आप एक दूसरे पर पूर्ण विश्वास नहीं करेंगे तो इसका असर आपके आपसी शारीरिक और मानसिक संबंधों पर भी पड़ेगा.
बेड पर ना करें बात:
सम्भोग क्रियाओं से पहले, बाद में या इसके दौरान इस मुद्दे पर बात करने से बचें. कोई उपयुक्त समय चुनें. आप इस चर्चा के लिए कोई प्राकृतिक स्थान भी चुन सकते हैं.
कामसूत्र पर चर्चा करें:
कामसूत्र के किसी भी आसन का अनुसरण करने से पूर्व अपने साथी के साथ इस पर खुलकर चर्चा करें. कामसूत्र पुस्तक को पूरी तरह पढ़ें. यदि आप कामसूत्र का पूरा आनंद लेना चाहते हैं तो उसे ठीक प्रकार से पढ़े ताकि उसके किसी भी आसन या जानकारी का आपको सही ज्ञान हो जाये और पूरा आनंद मिल सके. हो सके तो पुस्तक को अपने साथी के साथ पढ़ें. और प्रत्येक विषय पर चर्चा करें. इस प्रकार से आप दोनों के बीच सामंजस्य की स्थिति बनी रहेगी.
सहयोग की भावना रखें:
कामसूत्र आपके जीवन को सुखद बनाने की कुंजी है. इसका उद्देश्य मनुष्य के जीवन और संबंधों में मधुरता लाना है. इसलिए इसकी बताई किसी भी क्रिया में दोनों पक्षों में सहयोग होना बहुत आवश्यक है.
कामसूत्र की सच्चाई बतायें :
जिन्होंने कामसूत्र या कामशास्त्र नहीं पढ़ा वे इसे महज सेक्स या संभोग की एक किताब मानते हैं, जबकि कामसूत्र सिर्फ सेक्स की किताब नहीं है, बल्कि इसमें सेक्स के अलावा व्यक्ति की जीवनशैली, पत्नी के कर्त्तव्य, गृहकला, नाट्यकला, सौंदर्यशास्त्र, चित्रकारी और वेश्याओं की जीवन शैली आदि जीवन के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है.
कामसूत्र मानता है कि प्रेम की शुरुआत ही शरीर से होती है. दो आत्माओं के एक दूसरे को देखने का कोई उपाय नहीं है. कामसूत्र इसलिए लिखा गया था कि लोगों में सेक्स के प्रति फैली भ्रांतियां दूर हों और वे अपने जीवन को सुंदर बना सकें.