खेतों में काम करने के लिए मजबूर है ये IPL का सितारा
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क्रिकेट में मैदान में 2009 में अपनी रफ्तार से सनसनी मचाने वाले कामरान खान ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनकी जिंदगी में इस कदर उतार चढ़ाव आएगा. खेतों में टेनिस बॉल से खेलते-खेलते दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड की चकाचौंध भरी क्रिकेट लीग में उन्हें खेलने का मौका मिलेगा और कुछ साल बाद ही वे फिर वहीं लौट आएंगे जहां पैदा हुए थे. यह दास्तान है 24 साल के युवा तेज गेंदबाज कामरान खान की. तीन साल के अंदर ही तेज गेंदबाज कामरान खान के बड़ा क्रि केटर बनने का सपना चूर-चूर हो गया. चकिंग की एक शिकायत ने उनकी परवाज को थाम दिया और उसके बाद कभी उड़ ही नहीं पाए. पेट पालने के लिए अब वे अपने भाई के खेतों में काम करते हैं लेकिन वापसी का सपना दिन रात देखते हैं. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर शेन वार्न ने उन्हें खोजा था लेकिन बीसीसीआई ने इस हीरे को गंवा दिया. कामरान ने पहले ही साल में क्रिस गेल, जैक्स कालिस और सौरव गांगुली जैसे धुरंधर बल्लेबाजों को भी अपने सामने झुका दिया था. कामरान के पिता टैक्सी ड्राइवर थे लेकिन फैंफड़े की बीमारी के चलते वे ज्यादातर समय बिस्तर में ही रहते. इसके चलते उनकी मां को बीड़ी बनाने का काम कर परिवार पालना पड़ा. आईपीएल डेब्यू के पांच साल पहले उनके पिता का निधन हो गया और इसके तीन साल बाद मां भी चल बसी. उनके पिता चाहते थे कि कामरान सेना में जाए लेकिन कामरान ने स्कूल छोड़ दी और क्रिकेट में मन लगा लिया. धीरे-धीरे वे स्थानीय टूर्नामेंट में खेलने लग गए. गरीबी के कारण वे खाना नहीं खरीद सकते थे इसके चलते चाय और बिस्किट से ही पेट भरते.
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