स्तन कैंसर की एक नई दवा ‘पालबोसिस्लिब’ स्तन कैंसर के अलावा अन्य कैंसरों का मुकाबला करने में भी सक्षम है. एक नए अध्ययन के अनुसार, यह दवा ‘पालबोसिस्लिब’ सीडीके6 और सीडीके4 एंजाइमों में बाधा पहुंचाकर ट्यूमर कोशिकाओं के विभाजन को रोकती है.
अमरीका की पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर और इस अध्ययन के मुख्य लेखक एमी क्लार्क के अनुसार, सभी जीवित कोशिकाओं को कोशिका विभाजन से गुजरना होता है और ‘पालबोसिस्लिब’ की अनोखी शक्ति कोशिका
विभाजन को रोकने में सक्षम है.
क्लार्क बताते हैं, पालबोसिस्लिब, दवा एंटी कैंसर थेरेपी जैसे एंडोक्राइन थेरेपी, कीमोथेरेपी और अन्य लक्षित थेरेपी के साथ मिलकर कैंसर चिकित्सा के लिए प्रभावशाली हो सकती है. स्तन कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर में ‘पालबोसिस्लिब’ दवा का दिन में एक बार सेवन सुरक्षित है.
इसके मुख्य प्रतिकूल प्रभाव न्यूट्रोपेनिया के लिए प्रतिवर्ती होते हैं, जोकि न्यूट्रोफिल्स की संख्या घटाने के लिए जिम्मेदार होती हैं. न्यूट्रोफिल्स एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका है, जो संक्रमण से लडऩे में मदद करती है. पेंसिलवेनिया के प्रोफेसर पीटर ओ डॉयर ने बताया, न्यूट्रोफिल्स के अलावा अन्य सामान्य कोशिकाओं पर इस दवा का मामूली प्रभाव होता है.
डॉयर के अनुसार, ट्यूमर में यह दवा संकुचन और वृद्धि को रोक सकती है. इस नई खोज के रूप में इसका प्रयोग अन्य कैंसर चिकित्सा में बेहतर योगदान दे सकता है.