‘दर्द के वो दिन’ कहीं बड़ा कारण ये तो नहीं?
हाल ही में एक रिसर्च आई है जिसमें पाया गया है कि सेक्सुअल एक्टिविटी और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द के बीच संबंध है. द हेल्थ साइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक, पेल्विक पेन, गर्भधारण में समस्या और माहवारी के दौरान दर्द का संबंध सेक्सुअल एक्टिविटी से जुड़ा हुआ है.
रिसर्च में पाया गया कि एन्डोमीट्रीओसिस के विकास और सेमिनल फ्लूड के संपर्क में आने से 10 फीसदी महिलाएं रिप्रोड्यूक्टिव समय में प्रभावित होती हैं. ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी के को लीड ऑथर जोनाथन का कहना है कि लैबोरेट्री में स्टडी के दौरान पाया गया है कि सेमिनल फ्लूड सर्वाइवल और एन्डोमीट्रीओसिस के नुकसान को बढ़ाता है.
एन्डोमेट्रीओसिस एक ऐसा ट्यूमर है जो सिर्फ महिलाओं को ही होता है. यह ट्यूमर आमतौर पर यूट्रेस में होता है. इस ट्यूमर के दौरान बहुत दर्द होता है. महिलाओं को पीरियड शुरू होने से 5 से 7 दिन पहले लोअर पार्ट यानी अपडोमन में बहुत दर्द होता है. ये दर्द पीरियड के भी 2 से 3 दिन तक रहता है.
एन्डोमेट्रीओसिस के दौरान टिश्यू महिला के यूट्रेस के अंदर और बाहर सामान्य तौर पर बढ़ते हैं. इस समस्य के कारण महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या आती है.
रिसर्च में पाया गया कि संभव है कि ऐडोमेट्रिम और सेमिनल फ्लूड महिलाओं में ऐसी बीमारियां बढ़ाने में सहायक हो. हालांकि शाधकर्ता ये भी मानते हैं कि इस पर और रिसर्च की जरूरत है कि आखिर एन्डोमेट्रीओसिस और सेक्सुअल एक्टिविटी के बीच संबंध क्या है.