एक पारी में 1000 रन बनाकर प्रणव ने रचा नया इतिहास
धनवाड़े ने 395 मिनट तक चली अपनी इस पारी में 129 चौके और 59 छक्के जमाये. उनकी इस ऐतिहासिक पारी का अंत तब हुआ जब उनकी टीम ने तीन विकेट पर 1495 के स्कोर पर पारी समाप्त घोषित की. यह भी विश्व रिकॉर्ड है. धनवाड़े की स्कूल ने विक्टोरिया के न्यूसाउथ वेल्स के खिलाफ 1926 में बनाये गये 1107 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा. धनवाड़े के नाम पर अब भी किसी तरह की क्रिकेट में एक पारी में सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. उन्होंने ब्रिटेन के एईजे कोलिन्स का क्लार्क हाउस के खिलाफ नार्थ टाउन में 1899 में बनाये गए नाबाद 628 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा.
दसवीं में पढ़ने वाला प्रणव एमसीए के अनुभवी कोच मोबिन शेख का शिष्य है और वह ऑटोरिक्शा चालक का एकमात्र बेटा है. ठाणे के निकट कल्याण के वायलेंगर मैदान पर खेले गये मैच में उनकी टीम ने यह विशाल स्कोर अपने प्रतिद्वंद्वी के 17 ओवर में 31 रन पर आउट होने के जवाब में बनाया.
धनवाड़े कल स्टंप उखड़ने के समय 652 रन बनाकर नाबाद थे लेकिन तब तक उन्होंने सभी तरह की क्रिकेट में एक पारी में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम लिखवा दिया था.
कल अपनी पारी के दौरान उन्होंने भारतीय स्कूली क्रिकेट में 546 रन के सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा. यह रिकॉर्ड मुंबई के एक अन्य क्रिकेटर पृथ्वी शॉ ने 2013 में हैरिस शील्ड मैच में रिजवी स्प्रिंगफील्ड की तरफ से सेंट फ्रांसिस डि एसीसी के खिलाफ बनाया था.
धनवाड़े के कोच शेख ने कहा, ‘‘धनवाड़े जब छह साल का था तब से मेरे पास है. उनके इस प्रदर्शन से इस क्षेत्र में क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिलेगा. कल्याण के आसपास हमारे यहां काफी प्रतिभा है लेकिन उचित सुविधाएं नहीं होने से ये खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. आज (पूर्व भारतीय कप्तान और एमसीए उपाध्यक्ष) दिलीप वेंगसरकर आये और उन्होंने मैदान उपलब्ध कराने की स्थिति में यहां अकादमी खोलने का वादा किया. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह अंडर-16 मैच के लिये उपयुक्त मैदान था और टूर्नामेंट एमसीए से मान्यता प्राप्त है. मैं विरोधी टीम के रवैये से भी खुश हूं. ’’
मैच में गेंदबाजों का क्या हाल रहा ये बात इस स्कोर कार्ड से समझा जा सकता है.