एक नई स्टडी से खुलासा हुआ है कि रोजाना ऑर्गेजम प्राप्त करने वाले व्यक्ति को उस व्यक्ति की तुलना में प्रॉस्टेट कैंसर होने का खतरा बहुत कम होता है जो नियमित रूप से वीर्य स्खलन नहीं करता है.
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि एक महीने में 21 बार से ज्यादा वीर्यस्खलन करने वाले व्यक्ति को इस बीमारी को होने का खतरा 22 फीसदी कम हो जाता है.
हालांकि इस स्टडी में यह कारण नहीं बताया गया है कि नियमित रूप से वीर्यस्खलन की आदत से प्रॉस्टेट कैंसर से छुटकारा पाने में क्यों मदद मिलती है लेकिन इससे जुड़ी कुछ थिअरी पहले सार्वजनिक की गई है.
हॉर्वर्ड मेडिकल स्कूल ब्रिगम ऐंड विमिन्स हॉस्पिटल की जेनिफर राइडर ने बताया कि हालांकि यह डेटा प्रॉस्टेट कैंसर को लेकर वीर्यस्खलन के संभावित लाभ को लेकर अब तक का सर्वाधिक दिलचस्प डेटा है लेकिन उनकी सावधानीपूर्वक व्याख्या करनी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस स्टडी के परिणाम उत्साहजनक हैं.
वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड इंटरनेशनल के मुताबिक, 2012 में दुनिया भर में प्रॉस्टेट कैंसर के 11 लाख मामले सामने आए जो सभी नए कैंसर के केसों का 8 फीसदी था और 15 फीसदी कैंसर पुरुषों में था.