जेब में एक रुपया भी नहीं रखते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने ही अधिकारी से पांच रुपए उधार लेने पड़े. दरअसल बुधवार को अमृत योजना के तहत नई सिटी बस सर्विस को हरी झंडी दिखाने से पहले नीतीश कुमार बस के अंदर जाकर बैठ गए.
मुख्यमंत्री बस में बैठकर सीट और दूसरी सुविधाओं का जायजा ले ही रहे थे, तभी लेडीज स्पेशल बस में तैनात महिला कंडक्टर टिकट वेंडिंग मशीन लेकर उनके पास पहुंची और उनसे न्यूनतम पांच रुपया किराया चुकाने का कहा. कंडक्टर ने उन्हें तुरंत टिकट काटकर थमा दिया.
इस बीच नीतीश कुमार अपनी जेब में पैसे देख रहे थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. तब बस में ही मौजूद प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने नीतीश कुमार की ओर से कंडक्टर को टिकट के बदले में पांच रुपए दिए. बस में मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि सीएम आमतौर पर जेब में बिना पैसे डाले ही घर से निकलते हैं.
बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 141 बसों को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम के दौरान यह पूरा वाकया हुआ.पार्टी के सूत्रों ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है, जब नीतीश कुमार को अपनी जेब में पैसे ढूंढने पड़े. कुछ साल पहले पार्टी के एक सीनियर नेता को नीतीश कुमार की ओर से पार्टी की सदस्यता रीन्यू कराने का शुल्क चुकाना पड़ा था. उस वक्त भी नीतीश की जेब खाली थी.