जानें- क्या है मुरथल का पूरा मामला- आपके मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब
हरियाणा सरकार ने मुरथल में जाट आंदोलन के दौरान कथित गैंगरेप की घटना की जांच के आदेश दिए हैं. अलग अलग अखबारों में चश्मदीदों के हवाले से ये बताया गया है कि 22 फरवरी की सुबह जाट आंदोलन के दौरान गैंगरेप की घटना हुई लेकिन एबीपी न्यूज अभी इस घटना की पुष्टि नहीं करता है.
एबीपी न्यूज के संवाददाता जब वहां पहुंचे तो किसी चश्मदीद ने ऐसी घटना की पुष्टि नहीं की. हालांकि, इस घटना का सच जानने के लिए एबीपी न्यूज ने तीन चश्मदीदों का स्टिंग ऑपरेशन किया. इन चश्मदीदों ने गैंगरेप से इनकार नहीं किया है.
दिल्ली से करीब 48 किमी दूर हरियाणा के मुरथल में कथित गैंगरेप को लेकर तमाम दावे सामने आ रहे हैं. ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने मुरथल के पास ढाबे के मालिक के हवाले से छापा है, “22 फरवरी को तड़के 3 बजे मेरे कर्मचारियों ने मुझे फोन करके बताया था कि महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही हैं. मेरे कर्मचारियों ने बताया कि वो ढाबे के अंदर से महिलाओं के चिल्लाने की आवाज सुन रहे हैं. मैंने उन्हें ढाबे के अंदर ही रहने को कहा. कर्मचारियों ने मुझे बताया कि बिना कपड़ों के एक महिला सड़क पर दौड़ते हुए वहीं छुप गई जहां गले तक पानी था.”
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने उस होटल मालिक का नाम तो नहीं बताया है लेकिन जिस ‘ट्रिब्यून’ अखबार ने सबसे पहले कथित मुरथल गैंगरेप की खबर छापी थी उसके मुताबिक गैंगरेप वाली जगह से थोड़ी दूर बने अमरीक सुखदेव ढाबे में महिलाएं मदद के लिए पहुंची थी.
‘ट्रिब्यून’ ने लिखा था कि तीन महिलाओं को अमरीक सुखदेव ढाबे पर ले जाया गया था, जहां पहले से पुलिस अधिकारी मौजूद थे. वहां पर महिलाएं अपने रिश्तेदारों से मिलीं. हालांकि जब एबीपी न्यूज ने होटल मालिक अमरीक से बात की तो उन्होंन भी इस तरह की ही घटना का जिक्र किया लेकिन कहा कि केवल एक महिला ही उनके ढाबे पर पहुंची थी जिसने बदसलूकी के बारे में उन्हें नहीं बताया.
ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक उसने एक और शख्स से बात की जिसने कथित गैंगरेप को सही करार दिया है. उस शख्स के मुताबिक, “मेरे एक जानने वाले की BMW कार NH-1 पर जला दी गई और उसके परिवार की तीन महिलाओं को अगवा कर लिया गया. वो महिलाएं सात घंटे बाद लौटी और उनके कपड़े फटे हुए थे.”
अखबार के इस दावे को भी पुलिस नकार रही है. पुलिस का कहना है कि मुरथल थाने में जाट आंदोलनकारियों ने 28 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था, लेकिन उसमें BMW कार नहीं थी.
हरियाणा के मुरथल में जीटी रोड पर हसनपुर और कुराड़ गांव के पास कथित तौर पर हुई महिलाओं से गैंगरेप की घटना 22 फरवरी यानी सोमवार की बताई जा रही है.
अंग्रेजी अखबार ट्रिब्यून के मुताबिक जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा के मूरथल के पास नेशनल हाईवे-1 पर सोमवार की सुबह कुछ गाडिय़ों को रोका गया और उनमें सवार करीब 10 महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. इस दौरान महिलाओं के कपड़े तक फाड़ दिए गए और उनके साथ मारपीट की गई. कुछ महिलओं ने पास के ही सुखदेव ढाबे में जाकर अपनी जान बचाई थी.
अंग्रेजी अखबार ट्रिब्यून की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 30 लोगों ने कारों को आग लगाई. महिलाओं के साथ रेप किया गया. महिलाएं तब तक खेत में रही तब तक उनके रिश्तेदार और आसपास के गांव के लोग कंबल और कपड़े लेकर नहीं आ गए. इतना ही नहीं, पुलिसवाले आए तो उन्होंने सम्मान की खातिर रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की सलाह दी.
एबीपी न्यूज जब घटना स्थल पर पहुंचा तो उसे महिलाओं के फटे हुए कपड़े मिले थे, लेकिन वो कपड़े पीड़ित महिलाओं के ही थे. एबीपी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है. खबर दिखाए जाने के बाद पुलिस ने इन कपड़ों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.
वहीं, कथित गैंगरेप की खबर सामने आने के बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया और पुलिस और हरियाणा की खट्टर सरकार को कड़ी फटकार लगाई. हाईकोर्ट ने पीड़ित महिलाओं को सीधे सीजेएम से शिकायत करने के लिए कहा है. हाईकोर्ट ने 29 फरवरी को कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है. कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जिस पर पीड़ित महिलाएं जानकारी दे सकती हैं. पीड़ित महिलाएं मोबाइल नंबर -8053882004 और फोन नंबर 0130-2222903 पर शिकायत दर्ज करा सकती है. साथ ही ईमेल आईडी [email protected] पर भी जानकारी दे सकती हैं.
आपको बता दें कि हरियाणा में ओबीसी कोटे में आरक्षण की मांग कर रहे जाट आंदोलनकारियों ने 9 दिनों तक जमकर उत्पात मचाया था और उसी दौरान मुरथल में कथित गैंगरेप की बात कही जा रही है.