‘डिजाइनर वेजाइना’ का विज्ञापन विवाद में, जानिए क्यों

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ब्रिटेन में डिजाइनर वेजाइना के एक विवादास्पद विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दरअसल एक  प्लास्टिक सर्जरी क्लीनिक ने महिला योनि की रीकंस्ट्रक्टेटिव सर्जरी (लेबियोप्लास्टी) के लिए एक विज्ञापन जारी गया था जिस पर कई आपत्तियां आई.

क्या कहता है विज्ञापन

क्लीनिक ने इस विज्ञापन में कहा गया है कि इस सर्जरी के जरिए महिलाएं अपनी वेजाइना को पहले की तरह और प्राकृतिक रूप से ज्यादा नेचुरल रूप में पा सकती है. दूसरे एक विज्ञापन में कहा गया है ‘फैली हुई योनि के चलते हो रही तकलीफ से छुटकारा पाइए.’

लंदन मेट्रो में चल रहे इस क्लानिक में डिजाइनर वेजाइना के लिए सर्जरी की जाती है. वो औऱतें जो अपनी योनि के आकार प्रकार से संतुष्ट नहीं है और वो औरतें जो फिर से वर्जिन होना चाहती हैं, वो इस क्लीनिक में एक निश्चित रकम देकर सर्जरी करवा सकती है.

प्राकृतिक योनि से खिलवाड़ क्यों?

विज्ञापन प्रसारित होने के कुछ समय बाद कई लोगों ने शिकायत की कि इस विज्ञापन के जरिए समाज में औरतों को अपने नैचुरल शरीर से असंतष्ट होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

आरोपों में कहा गया है कि क्लीनिक अपने फायदे के लिए गैरजरूरी कॉस्मेटिक सर्जरी को बढ़ावा दे रहा है. आरोप में कहा गया है कि दांपत्य जीवन में सेक्स और प्रजनन के बाद महिलाओं के जननांगों में बदलाव आना स्वाभाविक है, उसे लेकर औरतों को असंतुष्ट नहीं होना चाहिए.

लेकिन क्लीनिक अपने विज्ञापन में डिजाइनर वेजाइना जैसे शब्द और एनलार्ज लेबिया जैसे शब्दों का प्रयोग करके औरतों को उत्साहित कर रहा है कि वो पहले जैसा शरीर पाने के लिए पैसा खर्च करें.

क्लीनिक ने दिया जवाब

क्लीनिक ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि एनलार्ज लेबिना और योनि के चलते महिलाएं कंफर्ट फील नहीं करती.

कपड़े पहनते हुए, खेल के समय और खासकर संभोग के समय महिलाएं अपने जननांगों से संतुष्ट नहीं हो पाती जिसका उनकी जिंदगी पर खासा असर पड़ता है.

ऐसे में अगर लेबियाप्लास्टी के जरिए उनकी योनि उनकी पसंद के अनुसार बन जाए तो क्या बुरा है. इससे उनके दांपत्य जीवन में उत्साह बना रहेगा. लेकिन लगातार आ रही आपत्तियों के चलते ASA (विज्ञापन स्टेंडर्ड अथॉरटी) ने इस विज्ञापन को प्रतिबंधित कर दिया है.