पेट और जांघों को पतला करने के लिए योग के 5 टिप्स
4 धनुरासन
इस आसन को करने से शरीर की आकृति खींचे हुए धनुष के समान हो जाती है, इसीलिए इसको धनुरासन कहते हैं. यह आसन मेरुदंड को लचीला एवं स्वस्थ बनाता है. पेट की चर्बी कम होती है. हृदय मजबूत बनाता है. गले के तमाम रोग नष्ट होते हैं. कब्ज दूर होकर जठराग्नि प्रदीप्त होती है. श्वास की क्रिया व्यवस्थित चलती है. सर्वप्रथम मकरासन में लेट जाएं. मकरासन अर्थात पेट के बल लेट जाएं. ठोड़ी को भूमि पर टिका दें. हाथ कमर से सटे हुए और पैरों के पंजे एक-दूसरे से मिले हुए. तलवें और हथेलियां आकाश की ओर रखें. घुटनों को मोड़कर दाहिने हाथे के पंजे से दाहिने पैर और बाएं हाथ के पंजे से बाएं पैर की कलाई को पकड़ें. सांस लेते हुए पैरों को खींचते हुए ठोड़ी-घुटनों को भूमि पर से उठाएं तथा सिर और तलवों को समीप लाने का प्रयत्न करें. जब तक आप सरलता से सांस ले सकते हैं इसी मुद्रा में रहें. फिर सांस छोड़ते हुए पहले ठोड़ी और घुटनों को भूमि पर टिकाएं. फिर पैरों को लंबा करते हुए पुन: मकरासन की स्थिति में लौट आएं.