बिहार में ढाई साल की बच्ची को हुई “जेल”, जानिए किस आरोप में?
ढाई साल की बच्ची को हुआ “जेल”.यह सुनते ही मन में तरह-तरह की बात सामने आने लगती हैं कि आखिरकार बड़े तो बड़े छोटी बच्ची ने ऐसा क्या किया जो उसे जेल जाना पड़ गया.तो हम आपको बताते चलें की ढाई साल की बच्ची अपने गुनाहों की नहीं, पूर्वजन्म मे किये गुनाहों की सजा काट रही है.बिना कुछ किए हत्या के आरोपी के साथ जेल की चारदीवारी में रह कर अपनी बचपना गुजारने को पूर्व जन्म का गुनाह ही कहेंगे.
मामला बक्सर जिला के मुसाफिर थाना क्षेत्र का है.जहां अपनी मां की हत्या के बाद ढाई साल की मासूम बच्ची बॉबी अपनी दादी के साथ जेल में पूर्व जन्म की गुनाहों की सजा काट रही है.बक्सर जिला के मुफिस्सल थाना क्षेत्र के शहरी गांव में पिछले वर्ष नवंबर मे दहेज दानवो द्वारा गुंजा नाम की एक नवविवाहिता को उसके ससुराल वालों के द्वारा आग लगा कर हत्या कर दी थी.हत्या के बाद मृतक लड़की के परिजनों ने लड़की के ससुराल वालों के खिलाफ नजदीकी थाने में लड़की के पति सहित घर के सभी सदस्य पर दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया.
मामला दर्ज होते ही मृतक विवाहिता के ससुराल के सभी सदस्य घर छोड़कर फरार हो गए साथ ही मृतक गूंजा के दो साल की लड़की को भी अपने साथ ले गए.वहीं पुलिस मामले की जांच करते हुए सभी आरोपी की गिरफ्तारी उनके लिए लगातार छापेमारी कर अपना दबाव बनाने लगी.पुलिस की बढते दबाव को देखते हुए उन लोगों ने 13 मई 2016 को मृत गुंजा के पति सहित परिवार के सभी लोगों ने न्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया.आत्मसमर्पण के दौरान मृत गुंजा की ढाई साल की बच्ची बॉबी भी उन लोगों के साथ आत्मसमर्पण करते हुए जेल चली गई.क्योंकि जेल जाने के वक्त गुंजा की ढाई साल की बेटी बॉबी अपने दादी मां के साथ ही थी.वहीं कानूनी बंदिशों के कारण ढाई साल की मासूम भी एक ऐसे गुनाह की सजा काट रही है जिसमें उसका कोई अपराध नहीं है.