आख़िर क्यों खोला जाता है खजूर से रोज़ा?
रमज़ान के मौक़े पर बाज़ारों में खजूर की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है. इन दिनों बाजार में किस्म-किस्म के खजूर नज़र आते हैं. ये खजूर न सिर्फ देसी होते हैं, बल्कि बड़ी मात्रा में विदेशी खजूर भी बेचे और खरीदे जाते हैं. रमज़ान के दिनों में खजूर इसलिए भी ज़रूरी हो जाता है क्योंकि रवायती तौर पर रोज़ा खजूर खाकर ही खोला जाता है. हर तबके के लोग अमूमन रोज़ा खोलने के लिए खजूर खाते हैं, उसके बाद ही वो बाकी की इफ्तारी खाते हैं.
लेकिन कभी आपने सोचा है कि रोज़ा खजूर से ही क्यों खोला जाता है? हां, ये एक रवायत तो है ही, शुरुआत से रोज़ा खजूर से ही खोला जाता रहा है. लेकिन इसके पीछे सेहत से जुड़े कुछ कारण भी है.
खजूर से रोज़ा खोलने का फायदा
सभी जानते हैं कि खजूर में ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं. इसमें ग्लूकोज़, आयरन, मिनरल, अमीनो एसिड, सुक्रोज, फ्रूक्टोज, कैल्सियम, फास्फोरस और विटामिन्स पाए जाते हैं. वहीं सिर्फ एक खजूर में 23 कैलोरी होती है. रोज़े में आपने 15-16 घंटों तक कुछ खाया नहीं होता है. ऐसे में आपके शरीर को तुरंत एनर्जी की ज़रूरत होती है. ये एनर्जी आपको खजूर से मिलती है. खजूर शरीर को इंस्टैंट एनर्जी देता है. इसमें ग्लूकोज़ होता है. अगर आप रोज़ा खोलने पर 3-4 खजूर खा लेंगे तो आपके शरीर में 70-100 कैलोरी पहुंच जाएंगी. हालांकि दिनभर कुछ न खाने की भरपाई सिर्फ खजूर खाने से तो नहीं होती, लेकिन अगर शुरुआत इससे की जाए, और उसके बाद ताज़े फल, ताज़ी सब्ज़ियों की सलाद या सूप, शिकंजी आदि ली जाए तो शरीर दिनभर के नुकसान से उबरने लगता है.
ये तो बात हुई रमज़ानों में खजूर से रोज़ा खोलने की. लेकिन रमज़ान के अलावा भी आप अच्छी सेहत और ढेर सारी ताकत पाने के लिए खजूर को एक सीमित मात्रा में ले सकते हैं. याद रखिये, सीमित मात्रा में. इसकी गर्म तासीर और ढेर सारी कैलोरी आपको नुकसान न पहुंचा दे, इसका ख्याल रखना भी ज़रूरी है.