राजकोट पुलिस की नाक में दम करने वाला स्टोन किलर आखिरकार गिरफ्त में आ ही गया. हितेश रामावत नामक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, हितेश (स्टोन किलर) समलैंगिक संबंध बनाने के बाद बुरी तरह से पत्थर मारकर व्यक्तियों की हत्या कर देता था. उसने राजकोट में पत्थर मारकर तीन लोगों की हत्या की थी. स्टोन किलर के पकड़े जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्टोन किलर हितेश के भाई जयेश की सूचना पर पुलिस ने उसे जामनगर के बेडी क्षेत्र से गिरफ्तार किया. उसके पास से 3 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं, जो मृतकों से लूटे गए बताए जाते हैं. पुलिस उसे राजकोट लेकर आई है.
राजकोट के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार स्टोन किलर हितेश का 16 वर्ष की उम्र में शारीरिक शोषण हुआ था. इसके बाद उसकी मानसिक हालत खराब हो गई. वह बात-बात पर गुस्सा करने लगा था. वह नौकरी भी नहीं जाता था. दो भाई-बहन में सबसे छोटा हितेश को वर्ष 2011 में उसके भाई ने घर से निकाल दिया था. हितेश घर से निकलने के बाद गे गैंग के साथ जुड़ गया था और उनके साथ पैसे मांगता था.
चौथे शिकार की तलाश में था
पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि हितेश ने कबूल किया है कि उसे क्राइम पेट्रोल और सावधान इंडिया सीरियल देखने का बहुत शौक था. वह हत्या करने से पहले व्यक्ति को सुनशान जगह पर ले जाता था. फिर उसके साथ समलैंगिक संबंध बनाता था. इसके बाद मौका पाते ही पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर देता था. व्यक्ति को तड़पता देख उसे बहुत खुशी मिलती थी. जब तक वह नहीं मर जाता तब वह नहीं जाता था. इसके बाद मृतक के जेब से पैसे निकाल लेता था. मृतक के फोन से ही उसके परिजनों को हत्या करने की जानकारी देता था. वह मंगलवार को शुभ मानता था, इसके लिए आनेवाले मंगलवार के दिन वह चौथी हत्या करने वाला था.
तीन लोगों की पत्थर मारकर हत्या
20 अप्रैल के दिन सागर मेवाड़ नामक व्यक्ति की हत्या, 23 जुलाई के दिन रिक्शा चालक प्रवीणभाई की हत्या, 26 मई के दिन हत्या की कोशिश और 2 जून के दिन वल्लभ भाई नामक बुजुर्ग की इसी प्रकार पत्थर मारकर हत्या कर दी गई थी.