145 साल के एक इंडोनेशियाई बुजुर्ग को विश्व के सबसे बूढ़े व्यक्ति के खिताब के लिए चुना गया है. समाचार एजेंसी एफे न्यूज के मुताबिक, सोदीमेजो उर्फ महब गोथो मध्य जावा के सरगेन क्षेत्र के एक गांव में रहते हैं. उन्होंने अपना पहचान पत्र दिखाया जिसमें उनकी जन्म तिथि 31 दिसंबर, 1870 है.
डच औपनिवेशिक शासकों को सोदीमेजो ने अपनी युवा अवस्था में देखा था. उनको गए लंबे समय बीत गए, लेकिन सोदीमेजो आज भी हमारे बीच हैं. वह हर रोज एक पैकेट सिगरेट पीते हैं, और घर के सामने बैठकर रेडियो सुनते रहते हैं.
उनके सुनने की शक्ति करीब-करीब चली गई है इसलिए उनसे बातचीत करना बहुत मुश्किल है. लोग उन्हें सुनाई देने के लिए ऊंची आवाज में बात करते हैं और वे धीमी जुबान में कम शब्दों में जवाब देते हैं.
उनकी दृष्टि भी कमजोर हो गई है. उन्हें दिखाने के लिए सामानों को उनके बहुत पास तक लाया जाता है.
उनका 46 साल का नाती सूर्यातों बताता है कि वह अपने नातियों के साथ रहते हैं, जो उनके रोजमर्रा की जरूरतों का ख्याल रखते हैं. दांत नहीं होने से सिर्फ मुलायम आहार जैसे चावल और सब्जी आदि खा सकते हैं.
गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड या दूसरे किसी संगठन द्वारा अभी उनके उम्र की पुष्टि की कोई सूचना नहीं है.
सूर्यातो ने कहा कि इस बुजुर्ग व्यक्ति ने सोचा था कि वह साल 1993 में अपनी अंतिम पत्नी के मरने तक मर जाएंगे. लेकिन 23 सालों बाद वे आज भी जीवित हैं. वह अपनी थोड़ी सी शक्ति के साथ दुनिया को देख रहे हैं.