हाल ही में बॉक्स ऑफिस को दो बडी फिल्मों —रूस्तम और मोहेनजोदारो— का टकराव भारी पडा है. ऐसा ही कुछ नजारा अक्टूबर माह में दीवाली के मौके पर देखने को मिलेगा, जब बॉक्स ऑफिस पर दो बड़ी फिल्मों—शिवाय और ऐ दिल है मुश्किल—का टकराव होगा. ‘शिवाय’ अजय देवगन का ड्रीम प्रोजेक्ट है जिस पर उन्होंने पानी की तरह 150 करोड रुपया बहाया है. वहीं दूसरी ओर ‘ऐ दिल है मुश्किल’ से करण जौहर चार साल बाद निर्देशन में वापसी करने जा रहे हैं. इस फिल्म का सबसे बडा आकर्षण इसकी स्टार कास्ट है. ऐश्वर्या राय बच्चन, रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा के साथ फवाद खान अभिनीत इस फिल्म के टीजर को दर्शकों ने काफी पसन्द किया है. टीजर देखने के बाद दर्शकों में इस फिल्म के प्रति आकर्षण काफी बढ गया है. ऐसे हालात में दीवाली पर अजय देवगन को बॉक्स ऑफिस पर कडा मुकाबला करना पडेगा.
कहा जा रहा है कि अजय देवगन ने इस फिल्म पर 150 करोड रुपया लगाया है. यदि ऐसा है तो यह अजय देवगन के करियर की पहली ऐसी फिल्म होगी जिसका बजट इतना बडा है. इस फिल्म पर इतना पैसा लगाकर अजय देवगन ने बहुत बडा रिस्क लिया है. हकीकत यह है कि अजय देवगन की किसी भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार नहीं किया है. ऐसे हालात में जब फिल्म की लागत ही 150 करोड रुपये है तो उसे बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त करने के लिए कम से कम 250 करोड का कारोबार करना पडेगा, जिसकी उम्मीद ट्रेड के साथ-साथ दर्शकों को भी बहुत कम है. इसका कारण यह है कि अजय देवगन की फिल्मों को देखने वाला एक सीमित वर्ग है, वो भी अजय देवगन को सिर्फ ‘सिंघम’ या ‘गोलमाल सीरीज’ जैसे किरदारों में देखना पसन्द करता है. एक किशोरावस्था की पुत्री के पिता के रूप में उन्हें दर्शक शायद ही देखना पसन्द करेंगे.
बॉक्स ऑफिस पर सफलता की दृष्टि से देखा जाए तो ‘शिवाय’ को भारतीय बॉक्स ऑफिस पर कम से कम 250 करोड का कारोबार करना पडेगा. इसमें से यदि 70 करोड़ रुपये प्रदर्शन के पूर्व सैटेलाइट्स, संगीत अधिकार आदि के जरिए मिल जाते हैं तब भी उसे बॉक्स ऑफिस पर कम से कम 180 करोड का कारोबार करना जरूरी है. इस आंकडे को छूना अजय देवगन की फिल्म के लिए बहुत मुश्किल है. ट्रेड विशेषज्ञों का कहना है कि अजय ने बहुत बड़ा जोखिम लिया है. उन्होंने फिल्म पर बेहताशा खर्च किया है जिसकी वसूली अत्यंत ही मुश्किल है.
हालांकि दीवाली बॉक्स ऑफिस के लिए हमेशा फायदे का सौदा साबित होती रही है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इस मौके पर एक साथ दो-तीन फिल्मों का प्रदर्शन होता है, जिससे इनका व्यवसाय प्रभावित होता है. दर्शक एक फिल्म देखने के बाद दूसरी फिल्म को देखने का मानस कम बनाता है. गत वर्ष दीवाली के मौके पर बॉक्स ऑफिस पर शाहरुख खान की ‘दिलवाले’ और संजय लीला भंसाली की ‘बाजीराव मस्तानी’ का प्रदर्शन हुआ था. बॉक्स ऑफिस आंकडों के आधार पर ‘बाजीराव’ ने बाजी मारी थी, लेकिन फिल्म की बडी लागत ने इस फिल्म के मुनाफे को सीमित कर दिया था. 180 करोड का कारोबार करने वाली इस फिल्म से कॉर्पोरेट स्टूडियो इरोस को मात्र 5 करोड का मुनाफा हुआ था.
साथ ही यह भी देखा गया है कि जब दो फिल्म एक साथ प्रदर्शित होती है और जो भी फिल्म कमजोर निकलती है उसका बॉक्स ऑफिस पर दिवाला निकल जाता है. ‘रुस्तम’ और ‘मोहेंजो दारो’ के मामले में यही हुआ. ऐसा ही कुछ वर्ष पूर्व प्रदर्शित हुई अजय देवगन की फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ और शाहरुख खान की फिल्म ‘जब तक है जान’ के साथ हुआ था. सौ करोडी क्लब में शामिल हुई इन दोनों फिल्मों का कारोबार सवा सौ करोड पर आकर सिमट गया था.
हालांकि ‘शिवाय’ जैसी बडे बजट की फिल्म के लिए दिवाली सही मौका है, जिससे फिल्म की लागत निकलने के साथ-साथ मुनाफे की उम्मीद भी बंधती है लेकिन यह तभी होता जब उसके सामने कोई दूसरी बडे बैनर और सितारों की फिल्म न होती. ‘शिवाय’ के सामने करण जौहर की फिल्म है. करण जौहर अपने-आप में दर्शकों की नजर में एक बडा नाम है. इसके अतिरिक्त दर्शकों के लिए ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की स्टार कास्ट भी आकर्षण का कारण है.
यह दोनों फिल्म दीवाली जैसे बडे त्योहार पर रिलीज हो रही हैं, इस त्योहार का असर तीन से चार दिन तक रहता है. निश्चित रूप से इस मौके पर मोटी कमाई होती है, लेकिन इसके बाद भारी-भरकम लागत निकालने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है. ऐसे में अजय देवगन को अपनी फिल्म को प्रदर्शित करने से पूर्व इसके सम्पादन पर विशेष ध्यान रखना होगा. यदि फिल्म का सम्पादन कसावट लिए हुआ और दर्शकों को फिल्म देखते हुए कहीं भी बोरियत या ऊबाऊपन का अहसास नहीं हुआ तो उम्मीद करनी चाहिए कि ‘शिवाय’ अजय देवगन के करियर की पहली ऐसी फिल्म होगी जो बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड का आंकडा पार करने में सफल होगी.