द्वार पर बप्पा की मूर्ति हो सकती है अशुभ, लग सकता है मंगल दोष


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‘वास्तु शास्त्र’ भारतीय शास्त्रों में से एक शास्त्र है, जिसकी जड़ें प्राचीन काल से ही भारत में मौजूद हैं. वास्तु में दिशाओं का बड़ा महत्व है.
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ज्यादातर लोग घर बनवाते समय खास बातों का ख्याल रखते है, लेकिन कहीं ना कहीं चूक हो जाती है.

अगर आपसे भी कही घर बनवाते समय कोई गलती हो गई है तो आप उस बाद में भी उपाय करके सुधार सकते है. वैसे तो वास्तु विशेषज्ञ को ही घर और अन्य भवन को दिखाना चाहिए.

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ये चिन्ह है शुभ–

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-प्रवेश द्वार के आगे स्वस्तिक, ऊॅ, शुभ-लाभ जैसे मांगलिक चिह्नों को उपयोग अवश्य करें.

-प्रवेश द्वार पर कभी भी बिना सोचे-समझे गणेशजी न लगाएं. हमेशा दक्षिण-उत्तरमुखी द्वार पर ही गणेशजी लगाएं.

-विवाह पत्रिका कभी भूलकर भी न फाड़े क्योंकि इससे व्यक्ति को गुरु और मंगल का दोष लग जाता है.

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– घर के शयन कक्ष में देवी-देवताओं की ज्यादा तस्वीरें न रखें.

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