“Playboy” नहीं छापेगी अश्लील फोटोज
मशहूर अमरीकी मैगजीन “प्लेब्वॉय” ने घोषणा की है कि अब वह महिलाओं की पूरी तरह से न्यूड तथा अश्लील तस्वीरें नहीं छापेगी. यह मैगजीन यंग गर्ल्स की अश्लील फोटो छापने के लिए संसार भर में विख्यात है. पत्रिका के संस्थापक 89 वर्षीय ह्यूग हेफनर का कहना है कि इसकी वजह इंटरनेट युक्त मोबाइल फोन हैं जहां हर समय पोर्नोग्राफी की सामग्री सुलभ है. मैगजीन का सर्कुलेशन लगातर गिर रहा था. ऎसे में कम्पनी ने यह फैसला लिया है. 1975 में जहां मैगजीन की प्रसार संख्या 56 लाख थी, वहीं आज यह 8 लाख पर सिमट गई है.
मैगजीन के एक्जीक्यूटिव यह स्वीकार करते हैं कि “प्लेब्वॉय” ने हमेशा बदलते माहौल को सबसे आगे रहकर अपनाया है. कम्पनी के चीफ एक्जीक्यूटिव स्कॉट फ्लैंडर्स कहते हैं, “हमने लड़ाई लड़ी है और जीती है. अब आपको कामुक दृश्य को देखने के लिए बस एक क्लिक करने भर की देर है.
ऎसे समय में मैगजीन फीकी पड़ रही थी.” वह कहते हैं कि “प्लेब्वॉय” पाढियों से अमरीकियों की पसंदीदा रही है. यह सांस्कृतिक अनुष्ठान की तरह थी. अन्य पोर्नोग्राफिक मैगजीन भी जो “प्लेब्वॉय” की तरह ही स्टोरी छापती थी, वे भी बाजार और सर्कुलेशन में पीछे छूट रही हैं.
“लोगो” का भी जलवा था
“प्लेब्वॉय” के “लोगो” का भी पूरे विश्व में “एपल” और “नाइकी” की तरह जलवा था. मीडिया बाजार में कभी “प्लेब्वॉय” का प्रभाव चरम पर था. मैगजीन को साक्षात्कार देने वालों में अमरीका के प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता मॉल्कॉल्म एक्स, ब्लादिमिर नबोकोव, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर भी शामिल थे. मैगजीन को मैडोेना, शोरेन स्टोन, नाओमी कैम्पबेल ने भी पोज दिया था जब वह शिखर पर थीं.
“पेंटहाउस” का भी बुरा हाल
“प्लेब्वॉय” की प्रतिद्वंद्वी “पेंटहाउस” भी डिजीटल पोर्नोग्राफी के चलते इसी तरह की समस्या से जूझ रही है. उसकी प्रसार संख्या भी स्पष्ट रूप से गिरी है. उसकी प्रसार संख्या कितनी गिरी है, यह खुलासा उसने कभी नहीं किया है. मैगजीन की प्रसार संख्या बताने वाली अमरीकी कम्पनी एबीसी के अनुसार वर्ष 2009 में “पेंटहाउस” का सर्कुलेशन 2,13,187 था जो जून 2013 में 1,09,000 पर आ गया था.