8 फरवरी 2026 को CTET 2026 की परीक्षा आयोजित की जाएगी — ये दिन लाखों शिक्षक उम्मीदवारों के लिए एक नया अध्याय शुरू कर देगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि इस बार की परीक्षा, जो भारत के शिक्षण प्रणाली के लिए सबसे महत्वपूर्ण योग्यता परीक्षाओं में से एक है, 132 शहरों में बिना किसी देरी के आयोजित की जाएगी। यह बार इस परीक्षा की 21वीं प्रकरण है, और इसका मकसद स्पष्ट है: देश के सभी केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षकों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना।
परीक्षा का निर्धारित समय और आवेदन की अंतिम तिथि
आवेदन की प्रक्रिया 27 नवंबर 2025 से शुरू हो गई है, और अंतिम तिथि 18 दिसंबर 2025, रात 11:59 बजे (IST) है। इस बार की परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 15 लाख से अधिक होने की उम्मीद है — जो इस परीक्षा की लोकप्रियता को दर्शाता है। आवेदन केवल आधिकारिक वेबसाइट www.ctet.nic.in पर ही संभव है। कोई भी तीसरा पक्ष, अनधिकृत ऐप या वेबसाइट नहीं। बोर्ड ने स्पष्ट किया है: "इन्फॉर्मेशन बुलेटिन केवल इसी वेबसाइट से डाउनलोड करें।" यह सिर्फ एक चेतावनी नहीं, बल्कि एक जरूरत है। क्योंकि पिछले कई वर्षों में धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं — जहाँ उम्मीदवारों को गलत जानकारी देकर पैसे लिए गए।
पेपर-1 और पेपर-2: किसके लिए क्या?
CTET दो पेपर्स पर आधारित है। पेपर-1 वो लोगों के लिए है जो कक्षा I से V तक पढ़ाना चाहते हैं। इसमें बच्चों के विकास, शिक्षण विधियाँ और बाल मनोविज्ञान पर जोर दिया गया है। पेपर-2 कक्षा VI से VIII के लिए है — यहाँ विषय-विशेष ज्ञान, शिक्षण अनुसंधान और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षण कौशल पर अधिक ध्यान दिया जाता है। कई उम्मीदवार दोनों पेपर देते हैं — खासकर जब वे एक विद्यालय में दोनों स्तरों पर काम करना चाहते हैं।
20 भाषाओं में परीक्षा: समावेशी दृष्टिकोण
यहाँ एक बात जो अक्सर नज़रअंदाज़ कर दी जाती है: यह परीक्षा 20 भाषाओं में उपलब्ध है। हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ तमिल, बंगाली, मराठी, तेलुगु, उर्दू, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, ओड़िया, मलयालम, मैथिली, असमिया, संस्कृत, नेपाली, कश्मीरी, सिंधी, बोडो और डोगरी — ये सभी भाषाएँ शामिल हैं। यह एक बड़ा कदम है। क्योंकि भारत के गाँवों में कई उम्मीदवार अंग्रेजी में आत्मविश्वास नहीं रखते। अब वे अपनी मातृभाषा में परीक्षा दे सकते हैं। इससे शिक्षक बनने का रास्ता अधिक समावेशी बन गया है।
आधिकारिक अनुमोदन और शिक्षा अधिनियम का संबंध
CTET केवल एक परीक्षा नहीं है — यह बाल अधिकार अधिनियम, 2009 का एक अहम हिस्सा है। इस अधिनियम के तहत, केंद्रीय विद्यालयों जैसे केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) में शिक्षक नियुक्ति के लिए CTET अनिवार्य है। बिना इसके, कोई भी शिक्षक इन संस्थानों में काम नहीं कर सकता। यह एक ऐसा बाध्यकारी मानक है जिसे भारत सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए लागू किया है।
आगे क्या है? एडमिट कार्ड, उत्तर कुंजी और परिणाम
अब जो लोग आवेदन कर चुके हैं, उनके लिए अगला चरण है: एडमिट कार्ड। यह जनवरी 2026 में जारी होगा — लगभग परीक्षा से 10 दिन पहले। उम्मीदवारों को अपने दस्तावेज़, फोटो और बायोमेट्रिक डिटेल्स की जाँच कर लेनी होगी। परीक्षा के बाद, उत्तर कुंजी फरवरी में जारी होगी, और आपत्तियाँ दर्ज करने का समय दिया जाएगा। अंतिम परिणाम मार्च 2026 तक आ जाने की उम्मीद है। यह एक तेज़ टाइमलाइन है — जिसका मतलब है कि उम्मीदवारों को तैयारी के साथ-साथ समय प्रबंधन भी अच्छे से करना होगा।
शुल्क और छूट: कौन क्या देगा?
परीक्षा शुल्क विभिन्न श्रेणियों के आधार पर अलग-अलग है। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए एक पेपर के लिए ₹1,000, दोनों पेपर्स के लिए ₹1,200। लेकिन अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और विकलांग उम्मीदवारों के लिए छूट है — केवल ₹500। यह एक जरूरी सुविधा है। क्योंकि बहुत से गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षक बनने की इच्छा रखते हैं, लेकिन शुल्क उनके लिए बड़ी बाधा बन जाता है। इस छूट के कारण ही लाखों लोग इस रास्ते पर आगे बढ़ पाते हैं।
इसका महत्व क्यों है?
CTET केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि भारत के शिक्षा भविष्य का एक स्तंभ है। यह एक ऐसा बाध्यकारी मानक है जो शिक्षकों की योग्यता को नियंत्रित करता है। अगर यह न होता, तो लाखों अयोग्य शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे होते — जिससे शिक्षा की गुणवत्ता नीचे जाती। इस परीक्षा के बाद, बच्चे उस शिक्षक के पास जाते हैं जिसे राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। यह एक न्यायपालिका नहीं, बल्कि एक शिक्षा न्याय है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
CTET 2026 की परीक्षा कहाँ आयोजित होगी?
परीक्षा 132 शहरों में आयोजित की जाएगी, जिसमें बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे जिलों जैसे राजगीर, बालासोर, और बीकानेर भी शामिल हैं। आवेदन के दौरान उम्मीदवार अपनी पसंदीदा शहरों का चयन कर सकते हैं, लेकिन अंतिम आवंटन CBSE द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
क्या CTET अंग्रेजी में ही होता है?
नहीं। यह परीक्षा 20 भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें हिंदी, तमिल, बंगाली, उर्दू, पंजाबी, मराठी, कन्नड़ और यहाँ तक कि संस्कृत और नेपाली भी शामिल हैं। यह ग्रामीण और भाषाई अल्पसंख्यक उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी सुविधा है।
CTET का परिणाम कब आएगा और कैसे चेक करें?
परिणाम मार्च 2026 तक आने की उम्मीद है। आप इसे केवल www.ctet.nic.in पर अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि डालकर चेक कर सकते हैं। किसी भी तीसरे पक्ष की वेबसाइट पर विश्वास न करें — फर्जी परिणाम का खतरा है।
क्या CTET की अर्हता एक बार मिलने के बाद स्थायी होती है?
हाँ। CTET की अर्हता अब जीवनभर के लिए हो गई है। 2021 के बाद से, बोर्ड ने यह नीति बदल दी है। इसका मतलब है कि अगर आप 2026 में पास हो जाते हैं, तो आपको अगले 10 साल या उससे अधिक समय तक दोबारा परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी।
क्या आवेदन शुल्क वापस किया जाता है अगर मैं परीक्षा नहीं देता?
नहीं। आवेदन शुल्क किसी भी कारण से वापस नहीं किया जाता — चाहे आप बीमार पड़ जाएँ, या बस देरी हो जाए। यह नियम सख्त है। इसलिए आवेदन करने से पहले अपनी तैयारी और उपलब्धता को दोबारा जाँच लें।
CTET पास करने के बाद क्या अवसर हैं?
CTET पास करने से आप केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, और अन्य CBSE-संबद्ध संस्थानों में शिक्षक के रूप में आवेदन कर सकते हैं। राज्य स्तरीय भर्तियों में भी यह अर्हता लाभदायक होती है — खासकर जब उनमें राष्ट्रीय योग्यता मानक लागू होते हैं।