मेरे घर का रास्ता भूल गई मौत
किसी भी व्यक्ति की औसत आयु लगभग सौ सालों के आसपास होती है लेकिन महाष्टा मुरासी एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी के 179 साल पूरे कर लिए हैं. इतने सालों तक जी चुके मुरासी अब कहते हैं कि शायद मौत उनके घर का रास्ता भूल गई है और अब वो कभी नहीं मरेंगे.
वहीं लोगों का कहना है कि उन्हें या तो भीष्म पितामाह से वरदान मिला हुआ है या फिर उनके पास कोई दैविय शक्ति है.
महाष्टा मुरासी ने दावा किया है कि उनका जन्म सन् जनवरी 1835 में बेंगलुरु के एक इलाके में हुआ था. इसके बाद मुरासी 1903 के बाद उत्तर प्रदेश के शहर वाराणसी रहने आ गए और तभी से वे वाराणसी में रह रहे हैं.
मुरासी के मुताबिक, उन्होनें अपनी उम्र के 122 वें साल तक काम किया था. वे वाराणसी में रहकर चप्पल बनाने का काम करते थे. मुरासी ने बताया, ‘मैने अपनी उम्र के 179 साल पूरे कर लिए हैं. यहां तक कि मेरे नाती-पोते को मरे हुए भी कई साल बीत चुके हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मौत मेरे बारे में भूल गई है.
बता दें कि मुरासी ने अपने जन्म प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी कई अधिकारियों को दिखा चुके हैं. हालांकि मुरासी का कई बार मेडिकल चेकअप भी किया गया है लेकिन उनकी वास्तविक उम्र को लेकर डॉक्टरों में संशय अभी भी बरकरार है.