शिवजी ने क्यों लिया अर्धनारीश्वर का अवतार,जानिये पूरी कथा

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भगवान शिव आदि व अनंत है. इनकी पूजा करने से तीनों लोकों का सुख प्राप्त होता है. भगवान शंकर ने जगत कल्याण के लिए कई अवतार लिए. भगवान शिव के इन अवतारों में कई संदेश भी छिपे हैं. उन्हीं में से कुछ अवतारों की कथा तथा उनमें छुपे संदेश की जानकारी दी जा रही है. भगवान शंकर के अर्धनारीश्वर अवतार में हम देखते हैं कि भगवान शंकर का आधा शरीर स्त्री का तथा आधा शरीर पुरुष का है. यह अवतार महिला व पुरुष दोनों की समानता का संदेश देता है. स्त्री और पुरुष एक दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं. एक के बिना दूसरा अधूरा है. यही बात हिंदू पौराणिक ग्रंथों में भगवान शिव के अवतार अर्धनारीश्वर के रूप में दर्शायी गई है. शिव का यह स्वरूप इस बात की ओर इंगित करता है कि समाज में जो जगह एक पुरुष की होती है वही महिला की होनी चाहिए. लेकिन भगवान ने यह अर्धनारीश्वर अवतार क्यों लिया. इस बात का विस्तार से उल्लेख शिवमहापुराण में मिलता है.

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