नवरात्रि रंग: इतिहास, अर्थ और सजावट के आसान टिप्स

नवरात्रि का उत्सव सिर्फ देवी दुर्गा के नौ दिन की पूजा नहीं, बल्कि रंगों का भी बेमिसाल जश्न है। हर दिन का अपना एक रंग होता है, जो उस दिन की भावना को दर्शाता है। अगर आप इस बार अपने घर या पोशाक में सही रंग लाना चाहते हैं, तो यह गाइड मदद करेगा।

देवी के नौ रंगों का मतलब

पहला रंग – लाल: शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है। इस दिन माँ दुर्गा की शक्ति के लिये लाल साड़ी या लालीटॉप बेस्ट रहता है।
दूसरा रंग – नीला: शांति और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है। नीले कपड़े परिधान से मन को शांति मिलती है।
तीसरा रंग – पीला: खुशी और उज्ज्वलता लाता है। पीले फूल और परिधान घर में ख़ुशी भर देते हैं।
चौथा रंग – हरा: प्रकृति और विकास का संकेत है। हरे रंग की पत्तीदार सजावट घर को ताजा बनाती है।
पाँचवा रंग – गुलाबी: कोमलता और प्रेम को दर्शाता है। गुलाबी थालियों में फल रखें, माहौल मधुर बनेगा।
छठा रंग – सफ़ेद: पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है। सफेद चादर या कपड़े परिधान से घर में शुद्धता बनी रहती है।
सातवाँ रंग – सुनहरा: समृद्धि और वैभव को दर्शाता है। सुनहरी लाइटिंग और सजावट से उत्सव का माहौल रॉयल बनता है।
आठवाँ रंग – नारंगी: उत्साह और उत्सव की चेतना को जगाता है। नारंगी धागे की लकीरें या पेंटिंग्स से ऊर्जा बढ़ती है।
नौवाँ रंग – बैंगी (भूरा): धरती और स्थिरता को याद दिलाता है। बैंगी रंग की मिट्टी के बर्तनों या गलीचे से घर में स्थिरता आती है।

रंगों को घर और पोशाक में कैसे इस्तेमाल करें

सबसे पहले तय करें कि आप किस दिन कौन सा रंग प्रमुख रखना चाहते हैं। एक ही दिन में दो-तीन रंग मिलाकर भी खूबसूरती बढ़ा सकते हैं, पर मुख्य रंग को उजागर रखना बेहतर होता है।

घर की सजावट: दीवारों पर हल्के रंग के पुस्पर या बैनर लगाएँ। अगर लाल रंग का दिन है तो लाल फूलों की मुकुट बनाकर दरवाजे पर टांगें। नीले दिन पर नीली बत्ती या जलती हुई मोमबत्तियों से शांत माहौल बनता है।

खाद्य प्रस्तुतिकरण: प्लेट में रंगीन सब्जियां रखें—जैसे पीले शिमला मिर्च, हरी पत्तियां, लाल टमाटर। यह न केवल नज़र को भाता है, बल्कि पोषण भी बढ़ाता है।

पहनावा: अगर आपके पास सारी रंगों की साड़ी नहीं है, तो स्कर्ट, शर्ट या दुपट्टे से भी रंग जीवंत बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, पीले दिन में पीले कुर्ते के साथ सफेद पतलून जोड़ें। बुनियादी रंगों को एसेसरीज़—जैसे कंगन, ब्रेसलेट या पोंछा—से भी उजागर किया जा सकता है।

रंगीन लाइटिंग: LED स्ट्रिप या छोटे लैंपों को रंगीन फिल्टर से छाँटें। यह छोटे शहरी घरों में भी बड़े प्रभाव डालता है।

इन टिप्स को अपनाने से नवरात्रि का हर दिन न सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि दृश्य रूप से भी यादगार बनता है। याद रखें, रंगों का असली मकसद भावनाओं को उठाना है, इसलिए जो रंग आपको सबसे बेहतर लगे, वही चुनें और दिल से जश्न मनाएँ।

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