जब-जब मरे मिले धरती पर एलियंस
साल 1953 में जार्जिया में रहने वाले तीन नौजवान लड़को को एलियन मिला, तो उन लोगों ने सुर्खियां बनाई. दो फीट के बिना बालों वाले इस छोटे से एलियन को फौरन ही इमॉरी युनिवर्सिटी में जांच के लिए ले जाया गया.
मिरर में छपी खबर के मुताबिक वहीं पता कि वो असल में एक छोटा सा बंदर था जिसे उन तीनों लड़कों ने मजाक में ऐसा बनाया था.
उन लोगों ने चर्चा में आने के लिए पहले बंदर के बालों को शेव किया फिर किसी खास क्रीम के मदद से उसकी पूंछ गायब कर दी और उसे क्लोरोफोम खिला कर बेहोश कर दिया था.तीनों को एनिमल क्रूऐलिटी के केस में गिरफ्तार कर लिया गया था.
मिला दूसरा केस
जब साउथ अफ्रीका के नेचर वैली में ये अजब सी मरी हुई चीज पाई गई, तो कोई इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाया कि आखिर ये है क्या.
लेकिन बाद में हुए जांच से पता चला कि दरअसल ये एक मरा हुआ लंगूर था जो काफी बचपन में कुपोषण से मारा गया. शायद ये अपने मां-बाप से अलग हुआ था.
ये भी था भटकाव
जब 1947 में हुए एक मरे हुए एलियन की ऑटोपसी रिपोर्ट को 1990 में प्रकाशित गया. तब उसने खूब चर्चे बटोरे. माना जा रहा था कि वो असली में एलियन है लेकिन बाद में पता चला कि लंदन में रहने वाले रे सैंटिली ने एक 1947 की ऑटोप्सी रिपोर्ट को दूसरे ढ़ंग से पेश किया.
इसके लिए उसने रबर एलियन, जैम और कुछ जानवरों के शरीर की मदद ली.
ये भी निकला बकवास
जब साइबेरिया के इर्कसुक में एक यूएफओ स्पेसशिप क्रैश हुआ, तो 18 साल के तीमूर हिलॉल और 19 साल के किरील व्लासोव नाम के दो दोस्तों ने स्पेसशिप से निकले एक मरे एलियन को पाने की बात कही.
बर्फ में मिले इस एलियन को लगभग 70000 लोगों ने यूट्यूब पर देखा.
लेकिन थोड़े ही समय में उन दोनों ने ये बात कुबूल ली की वो एलियन सड़े हुए ब्रेड और चिकन की मदद से उन्होंने ही वहां बनाकर रखी थी.