प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स, ये पांच बातें जानना है जरूरी

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युगलों को इस बात का डर रहता है की कहीं प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने से उनके बच्चे को कोई नुक्सान ना पहुंचे. लेकिन प्रेगनेंसी के दौरांन एक्स को लेकर अधिकतर चिंताएं बेकार की होती हैं. यहाँ पढ़िए इस बारे में कुछ तथ्य…

ये सिर्फ सुरक्षित ही नहीं बल्कि आपके लिए अच्छा भी है

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प्रेगनेंसी के हर चरण पर सेक्स करना सुरक्षित ही होता है, लेकिन आपको हमेशा अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह ज़रूर लेनी चाहिए की कहीं आपके गर्भधारण को लेकर इससे कोई परेशानी तो नहीं होगी. अगर आपके पहले गर्भपात हुआ है, तो शायद आपका डॉक्टर आपको सलाह दे की प्रेगनेंसी के पहले चरण में, यानी पहले तीन महीनो तक आप सेक्स ना करें. लेकिन अगर आपकी प्रेगनेंसी में कोई परेशानी नहीं है, तो आप प्रेगनेंसी के आखिरी चरण तक सेक्स कर सकते हैं.

बच्चा माँ के गर्भ में बहुत अच्छे से सुरक्षित होता है. योनि के अंदर लिंग डालने से उसको कोई नुकसान नहीं पहुचता. हाँ ये ज़रूर है की सेक्स की कुछ मुद्राएं आपको कम्फर्टेबल ना लगे और ये भी ह्यां रखना ज़रूरी है की आपके पेट पर किसी भी तरह का दबाव ना पड़े.

जी हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स आपके लिए और आपके बच्चे के लिए अच्छा भी साबित हो सकता है. इससे आपको कामुक आनंद तो मिलता ही है और शरीर की कसरत भी होती है जिससे आपके एंडोर्फिन भी स्रावित होता है आपके खून में औ आपको बहुत अच्छा और खुशनुमा महसूस करता है. और ये भावनाएं आपके बच्चे तक भी पहुंचती हैं.

और अगर आपका बच्चा जल्द ही आने वाला है तो सेक्स शायद आपको लेबर के लिए भी तैयार करता है, क्यूंकि ओर्गास्म आपके गर्भाशय को सिकुड़ने में मदद करता है जो की लेबर के दौरान काम आता है. और पुरुष का वीर्य में एक हार्मोन होता है जिसे प्रोस्टाग्लेडिन कहते हैं, और ये गर्भाशय ग्रीवा को मुलायम बनाता है और लेबर के दौरान सिकुड़न में मदद भी करता है.

जैसे- जैसे आपकी प्रेगनेंसी आगे बढ़ती है और आपके शरीर में बदलाव आते हैं, तो आपके सबसे पसंदीदा सेक्स मुद्राएं शायद आपके लिए सही और कम्फर्टेबल साबित ना हों. ऐसी सेक्स मुद्राएं जो की आपके पेट पर वज़न डालती हैं वो आपके लिए दर्दनाक साबित हो सकती हैं.

लेकिन आप रचनात्मक बनिए और कुछ नयी मुद्राएं करने की कोशिश करिये. नयी मुद्राएं करिये और मदद के लिए तकियों का इस्तेमाल भी करिये.

कोई भी मुद्रा जो की महिला को नीचे की तरफ रखेगी वो प्रेगनेंसी के दौरान तकलीफदेह साबित हो सकती है. एक दूसरे के बगल की सेक्स मुद्रा इस्तेमाल कर सकते हैं और या जिसमे महिला ऊपर हो.

प्रेगनेंसी के हर चरण पर सेक्स मुद्राएं भी बदलनी ज़रूरी होंगी. इसके साथ-साथ आपको कोई लुब्रिकेंट यानी चिकनाई पदार्थ का इस्तेमाल भी करना पड़ेगा – क्यूंकि प्रेगनेंसी के दौरान कभी-कभार प्राकर्तिक चिकनाई नहीं आ पाती.

प्रेगनेंसी के दौरान, दोनों माता और पिता की कौमुक इच्छाओं में उतार-चढ़ाव आना नार्मल है. कुछों की कामुक इच्छाएं ज़ोर-शोर पर होती हैं और कुछ लोगों की बिलकुल दबी हुई.

कुछ महिलाओं का सेक्स करने का बिलकुल मन नहीं करता – क्यूंकि उन्हें यह भी लगता है की कही बच्चे को कोई नुक्सान ना पहुंचे या कहीं जल्द ही लेबर का दर्द ना शुरू हो जाये, और कुछों के लिए हार्मोन के बदलाव सेक्स इच्छा को बहुत बढ़ा देते हैं.

कई बार, प्रेगनेंसी के पहले चरण के दौरान, बहुत सारी महिलाएं कमज़ोरी और अनकम्फर्टेबल महसूस करती हैं. इस दौरान उनका मन भी बहुत मिचलित होता है. और प्रेगनेंसी के दूसरे चरण में, महिलाओं को उनके हार्मोन इन एकदम से बढ़ोतरी महसूस होती है जिससे उनकी सेक्स इच्छा बढ़ जाती है.

प्रेगनेंसी के आखिरी चरण में, पेडू के आस-पास के हिस्से में रक्त संचालन बढ़ जाने से, और गर्भनिरोधन की कोई चिंता ना होने के कारण से, और शरीर के कई भाग जैसे की स्तन ज़्यादा संवेदनशील हो जाने की वजह से कामुक इच्छाएं बढ़ जाती हैं.

और इसी दौरान, पुरुष का अपने महिला साथी के कुछ हिस्सों के बढ़ जाने की वजह से, (जैसे की स्तन) उनकी कामुक इच्छा का बढ़ जाना भी नार्मल है. सेक्स के दुअरान और प्रेगनेंसी के दौरान भी सबसे ज़्यादा ज़रूरी है खुल कर बात-चीत करना. अपनी भावनाओं को छुपाइये मत और आपके मन में सेक्स को लेकर जो भी विचार आते हैं वो अपने साथी को बताइये.

और हाँ, अपने साथी को भी अपने मन की बात, कोई डर, कोई दबाव महसूस करने के बारे में बात करने के लिए प्रेरित करिये. अगर आप दोनों को एक दूसरे के सेक्स इच्छा को लेकर कुछ बदलाव महसूस होते हैं तो वो नार्मल है और इस बारे में खुल कर बात करना बहुत ज़रूरी है.

सेक्स के दौरान भी इस बात पर ध्यान दीजिये की आपके साथी को क्या अच्छा लग रहा है और क्या नहीं. आप पूछ सकते हैं: क्या तुम्हारे लिए ये सेक्स मुद्रा कम्फर्टेबल है? क्या तुम्हे बच्चे को नुक्सान पहुचने की चंता है? क्या हम कुछ और मुद्रा ट्राय करें?

अगर आपके डॉक्टर ने आपको सेक्स करने के लिए मन किया है, तो दूसरे और तरीके भी हैं आपस में कामुक होने के लिए. मुखमैथुन इसमें से एक तरीका है लेकिन याद रहे अपनी योनि में हवा ना फूकने दें.

एक आपके खून में बुलबुला बन सकता है जो की आपके और आपके बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. आप दोनों साथ में रोमांटिक सैर, एक दूसरे को मालिश करने का और साथ में फिल्म देखने का मज़ा भी ले सकते हैं.

वो युगल जिनका पहले कभी गर्भपात हुआ है, या किसी और तरह की प्रेगनेंसी से जुडी परेशानी, उन्हें डॉक्टर सेक्स ना करने की सलाह दे सकते हैं, वो भी अधिकतर प्रेगनेंसी के पहले चरण में. इस चरण में, बच्चे के विकास में बहुत सारे बदलाव आ रहे होते हैं. इसलिए इस समय सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है.

इसी तरह से डॉक्टर शायद आपको प्रेगनेंसी के अक्कहिरी चरण में भी सेक्स ना करने की सलाह दें. इससे शायद इन्फेक्शन होने की सम्भवना भी बढ़ सकती है.

आपको सेक्स के लिए तब भी मना किया जा सकता है जब आपकी गर्भनाल में प्रॉब्लम हो. और अगर आपकी गर्भस्य ग्रीवा भी फैली हुई है तो भी इन्फेक्शन के डर के कारण आपको सेक्स से परहेज़ करने के लिए कहा जा सकता है.

तो प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने में कोई परेशांनी नहीं है, लेकिन आपकी गर्भावस्था को लेकर इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है. अगर आपका डॉक्टर आपको सेक्स करने के लिए किन्ही कारणों से मन करे तो इसको अच्छे से समझाइये और इसका पालन भी करिये.

हर एक की गर्भावस्था लग होती है और इसलिए उसी जुडी ज़रूरतें और परहेज़ भी. इनका पालन करने से आप स्वस्थ्य और सुरक्षित प्रेगनेंसी का मज़ा ले सकते हैं.

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