इस नए योगा को ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन कहा जाता है. यह एक ऐसी यौन (सेक्सुअल) तकनीक है जिसके जरिए महिलाओं को सिखाया जाता है कि वे अपने चरम सुख को लम्बे समय तक बनाए रखें. इस तरह की तकनीक की कक्षाएं ब्रिटेन में लगाई जा रही हैं, जिसकी फीस मात्र 195 पौंड है. इस ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन (ओएम) से महिलाओं को अधिक लम्बे समय तक चरम सुख के शीर्ष पर बने रहने का अहसास होगा.
उल्लेखनीय है कि इस तरह के योगा की खोज एक अमेरिकी उद्यमी निकोल डायडोन ने 2001 में की थी. इस तकनीक में सेक्स, दिमाग को सचेत रखने और 15 मिनट के लिए ‘लाइट स्टिमुलेशन’ (हल्का उकसावा या उत्तेजना) पैदा की जाती है. ब्रिटेन में इसकी धूम है और यहां सात घंटों की कक्षाएं चलाई जा रही हैं.
डेलीमेल ऑनलाइन के लिए जो ट्वीडी लिखती हैं कि ब्रिटेन में नई यौन तकनीक ने धूम मचा रखी है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को यह सिखाना है कि चरम सुख के दौरान उन्हें जो अनुभव होता है, उसे कैसे लम्बे समय तक बनाए रखा जा सके. इसे संक्षिप्त में ओएम कहा जाता है जो कि योगा और ध्यान का मिलाजुला रूप है.
इस साधना के दौरान किसी महिला के क्लिटरिस या भगशिश्न को बिना रुके 15 मिनट के लिए हल्के तरीके से उत्तेजित किया जाता है. इसका उद्देश्य अनिवार्य रूप से चरम सुख का अहसास करना नहीं है वरन इस संवेदना को जितनी गहराई से संभव हो सके, महसूस करना है.
यह अभ्यास जोड़े द्वारा किया जाता है जिसमें एक उत्तेजित करने वाला होता है और दूसरा उत्तेजित होने वाला. परम्परागत योग या ध्यान की भांति इसका भी उद्देश्य भी यह है कि दोनों के ही मस्तिष्क के समान हिस्सों पर एक जैसा असर पड़े.
डायाडोन ने वर्ष 2001 में अमेरिका में पहली बार इसे सिखाया था जिसके बाद इसका प्रचार-प्रसार हुआ और यह सारी दुनिया में फैल गया था. वर्तमान में इसका पालन करने वालों की संख्या दस हजार से अधिक है और ब्रिटेन में इसका प्रयोग करने वालों की संख्या करीब 2 हजार है. सारी दुनिया में 30 समर्पित ध्यान केन्द्र भी हैं.
ओएम को कक्षाओं में या किसी निजी प्रशिक्षक की देखरेख में किया जा सकता है. इसके सात घंटों के सेशन के लिए 195 पौंड की फीस लगती है. अमेरिका में इसका प्रचार-प्रसार करने वाली कंपनी वनटेस्ट के डायरेक्टर का कहना है कि वे ब्रिटेन में अपनी सहयोगी कंपनी दर्नऑन के जरिए इस ज्ञान को लाए हैं.
वनटेस्ट की डायरेक्टर जस्टिन डॉसन का कहना है कि इस कोर्स में सभी प्रकार के लोग आते हैं. बीस से अधिक उम्र से लेकर 70 से भी ज्यादा उम्र वाले भी. कभी-कभी 80 के दशक वाले भी आते हैं. इसमें अकेले और जोड़ों के तौर पर भी लोग आते हैं. ऐसे दम्पत्ति आते हैं जिनकी शादी को एक वर्ष हुआ है तो ऐसे भी जिनकी शादी को 30 साल हो चुके हैं. इनमें सभी पेशों के लोग शामिल होते हैं.
डॉसन कहती हैं कि ज्यादातर लोग 25 से 55 वर्ष के होते हैं. इनमें 70 फीसदी अकेले और तीस फीसदी जोड़े में होते हैं. एक औसत ब्रिटिश को दूसरों के सामने कपड़े उतारने में झिझक होती है, लेकिन वे भी धीरे-धीरे इसके आदी हो जाते हैं. वे सोचते हैं कि एक बहुमूल्य अनुभव हासिल किया जा रहा है. वे निजी रुचि के कारण ओएम टीचर बनीं. उनका कहना है कि यह अनुभव जहां एक ओर अपने आप से कनेक्शन को मजबूत करता है वहीं यह दूसरे साथी के साथ कनेक्शन को भी मजबूत बनाता है.